फ्लोर टेस्ट पर 'सुप्रीम' फैसला / शिवराज सिंह ने कहा- भाजपा को बहुमत का भरोसा है; सचिवालय को दलालों का अड्‌डा बनाने वाली सरकार गिरेगी

मध्य प्रदेश में सरकार बचाने और बनाने के लिए चल रहे संघर्ष में गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया। कोर्ट ने शुक्रवार शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर के रिजॉर्ट में मीडिया से बात की। उन्होंने कहा-  कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की हार हुई। आज फ्लोर टेस्ट हाथ उठाकर होगा। हमारा विश्वास है, हम बहुमत में हैं। फ्लोर टेस्ट में यह सरकार पराजित होगी। कल दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।'' कमलनाथ के बहुमत के दावे पर शिवराज ने कहा- हाथ कंगन को आरसी क्या, पढ़े लिखे को फारसी क्या? उधर, दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के आवास पर भाजपा नेताओं की बैठक हुई। इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पहुंचे हैं। वहीं, कोर्ट के फैसले के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी मंत्रियों की एक बैठक सीएम आवास पर बुलाई थी।


सुप्रीम कोर्ट में फिर याचिका दाखिल करेंगे: पवन बंसल


मैरिएट होटल में पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने कहा- शुक्रवार सुबह कांग्रेस फिर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेगी। इसमें कोर्ट से गुजारिश की जाएगी कि बेंगलुरु में जो 16 विधायक हैं उन्हें विधानसभा में उपस्थित होने के निर्देश दिए जाएं। भले ही वे फ्लोर टेस्ट की कार्यवाही में शामिल न हों। वहीं, प्रदेश के कानून मंत्री पीसी शर्मा ने कहा- हम कानूनी सलाहकार से बातचीत करेंगे। फ्लोर टेस्ट में कमलनाथ सरकार की जीत होगी।


भाजपा ने जो यहां कहा, वही कोर्ट में बताया: नरोत्तम
भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा- अब हवाएं करेंगी रोशनी का फैसला, जिनमें... वो जलेंगे। भाजपा ने जो यहां कहा, वही कोर्ट में कहा। संविधान के दायरे में कहा। कांग्रेस खुद को संविधान से ऊपर मानती है। ये कोरोना के नाम पर रोते हैं। हम लोकतंत्र में किसी पर दबाव नहीं डाल सकते। सरकार झूठकर बोल आई थी। दिग्विजय बेंगलुरु में धरना दे रहे हैं, अच्छा होता किसानों के लिए यहां एक दिन धरना देते।


कोर्ट ने प्रताड़ित लोगों की आह सुनी है: वीडी शर्मा
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा- भाजपा कोर्ट के फैसले का स्वागत करती है। यह 7.5 करोड़ जनता का फैसला है। यह गरीबों की योजनाओं की जीत है। भाजपा के उन लाखों कार्यकर्ताओं की जीत है, जिन्हें प्रताड़ित किया गया। कोर्ट ने उनकी आह सुनी है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा- कांग्रेसियों के सिंधिया के प्रति हमलावर रवैये के कारण विधायक बेंगलुरु से नहीं आ रहे हैं।


हम कोर्ट के फैसले से निराश नहीं: कमलनाथ


सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कमलनाथ ने गुरुवार को विधायक दल की बैठक बुलाई थी। इसमें कमलनाथ ने कहा- सुप्रीम कोर्ट के फैसले से हम निराश नहीं हैं। हम आज भी एकजुट हैं। भाजपा ने हमारे विधायकों को कर्नाटक में बंधक बनाकर एक गंदा खेल खेला है। हमारे जनता के लिए किए गए कामों से बौखलाकर हमें अस्थिर करने के लिए भाजपा ने सब किया है। हम हर चुनौती का सामाना करेंगे।